हर शाम सूरज का ढलना ज़रूरी है।

हर शाम सूरज का ढ़लना जरूरी है..अभिवादन के लिए हाथों का मिलना जरूरी है..मेरे मन, मुसीबत में भी हिम्मत मत हारना तू..पतझड़ का बसंत में बदलना जरूरी है.. भगवान को पाया जा सकता है तपस्या से..जेवर बनाने…

विधाता इक उपहार दे

बुझी हुई सी आँखों मेंनैराश्य भाव की बातों मेंकांतिहीन कपोलों परडर से ठिठके बोलों परबल खाती पेशानी परइस निस्तेज जवानी परसंशययुक्त भृकुटियों परमुट्ठी भींचे जीवों परभूखे नंगे शिशुओं परबेबस मां की चीखों परहाड़ बची इन देहों परइन…

लिक्खूँ तुझ पर गीत प्रिये।

बतियाते चंचल नयनउत्साहित करते अधरआमंत्रण सा मुझको देतेलिक्खूँ तुझ पर गीत प्रिये।। लहराते केशों की छायाउपजाती हिरदय में मायापूर्ण चंद्र सी छवि ये कहतीलिक्खूँ तुझ पर गीत प्रिये।। नव वसंत से वसन तुम्हारेआभूषण ज्यूँ नभ में तारेमुझसे…

अंतिम आदेश

सुनो पुत्री!ऐसा भी क्षण आएगारुद्ध कंठ हो जाएगाअस्फुट स्वर इन अधरों काव्यक्त न कुछ कर पाएगा।।अस्थिर मनोदशा होगीअवर्णनीय व्यथा होगीकहूं भाव अंतिम क्षण केइतनी शक्ति कहां होगी?है अंतिम आदेश यहीजब देखो पलकें भीगीस्वर का साज सजा देनाराम…

अपने किरदार को खरा रखना

अपने किरदार को खरा रखनादिल को जज़्बात से भरा रखना।। धूप कहती गई है जाते हुएराह के पेड़ को हरा रखना।। तेरे हिस्से में भी महक होगीखिड़कियों को ज़रा खुला रखना।। बाँह फैला के जो मिले कोईतो…

तंज के कुछ और नश्तर

तंज के कुछ और नश्तर अपने सीने पर लियेचल दिये महफ़िल से तेरी, सब्र का मरहम किये।। तेरी चाहत इक तरफ, फिर तेरी रुसवाई का डरबेवफ़ा का नाम ले हम अपने होंठों को सिये।। कौन जाने ये…

इस हँसते चेहरे की आभा

इस हँसते चेहरे की आभाकितने दुःख हर लेती हैथके, हताश, बेकल मन को यहप्रेम का संबल देती है ।। प्रकृति का हर रंग मनोहर,न्यौछावर तुम पर कर दूं , निश्छल ये मुस्कान तुम्हारी,बरबस मन हर लेती है।।…

ख़त्म यूं मर्ज़ हुआ रोज़ मुलाकातों से।

ख़त्म यूं मर्ज़ हुआ, रोज़ मुलाकातों से,बात का ज़ख्म था जो, भर गया वो बातों से।। ताज जिसने भी बनाया है इस ज़माने में,एक दिन घर को गया है वो कटे हाथों से। दिल दुखाया था किसी…

अल्हड़ पहाड़न की अनोखी सादगी हो तुम

अल्हड़ पहाड़न की अनोखी सादगी हो तुम,सदाबहार के फूलों की कोई लड़ी हो तुम।। छुईमुई सी सिमटी ना, तितली सी तुम उन्मुक्त हो,स्थिर दीपशिखा के जैसी तेजोमयी हो तुम।। उदार हिरदय हो मगर, फिर भी धनी हो…

जाने कितने दिलों की हसरत है

जाने कितने दिलों की हसरत है,है तेरा हुस्न, या कयामत है?? सब्र ना चैन, उलझनें दिल में,ये तेरा इश्क़ एक आफत है।। दिल कहे होंठ चूम लूं तेरे,होश कहता है कि ये वहशत है।। मेरे शानों पे…

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